भारत के इतिहास में उत्तर प्रदेश का इतिहास Uttar Pradesh history In Hindi अपनी अलग ही पहचान रखता है। पर क्या आप जानते है उत्तर प्रदेश का नामकरण 24 जनवरी 1950 में हुआ जिसके पहले ये संयुक्त प्रान्त के नाम से जाना जाता था। क्षेत्रफल के लिहाज से भारत में उत्तर प्रदेश चौथे स्थान पर है। अगर बात करे स्वंत्रता संग्राम की तो उस समय भी यहाँ के लोगो ने बढ़–चढ़ कर हिस्सा लिया था। यहीं के मेरठ से भारत में पहले स्वंत्रता संग्राम की शुरआत हुई थी आइये जानते है उत्तर प्रदेश के इतिहास की कुछ रोचक बातें।
छोटा सा परिचय उत्तर प्रदेश का A Quick View Of Uttar Pradesh history
- छोटा सा परिचय उत्तर प्रदेश का A Quick View Of Uttar Pradesh history
- Uttar Pradesh history 4000 साल पुराना है ये One Of The Most Ancient State
- बौद्धकाल में उत्तर प्रदेश का इतिहास History of Uttar Pradesh
- मुस्लिम काल में उत्तर प्रदेश का इतिहास Uttar Pradesh history in hindi
- ब्रिटिश काल Uttar Pradesh history In British Period
- आज़ाद भारत में उत्त्तर प्रदेश Uttar Pradesh history After Independence
- उत्तर प्रदेश से जुड़े कुछ तथ्य – Some facts related to Uttar Pradesh history
- Uttar Pradesh history in hindi
प्रथम मुख्यमंत्री – श्री गोविन्द वल्लभ पंत थे | राज्यपशु – बारहसिंघा | स्थापना दिवस -1 नवम्बर 1956 |
वर्तमान मुख्यमंत्री – आदित्य नाथ योगी जी | कुल विश्वविद्यालय-55 | प्रथम राज्यपाल श्रीमती सरोजनी नायडू |
राजधानी – लखनऊ | राज्यफूल पलाश | राजकीय चिन्ह–मछली व तीर कमान |
भाषा – हिंदी ,उर्दू | राज्यपक्षी सारस | क्षेत्रफल 2,43,286 वर्ग km . जिले 75 |
जनसँख्या – लगभग 204. 2 million है। |
Uttar Pradesh history 4000 साल पुराना है ये One Of The Most Ancient State
उत्तर प्रदेश का इतिहास History of Uttar Pradesh बहुत पुराना है। लगभग 4000 वर्षो पूर्व ये आर्यावर्त का प्रमुख भाग था। विश्व के सब से प्राचीन वाले शहरों में से एक सुन्दर शहर वाराणसी VARANASI भी यही पर है।
इस प्रदेश से कई धार्मिक मान्यताये भी जुडी हुई है जैसे भगवान विष्णु के आठवे अवतार श्री कृष्णा का जन्म यही के एक जिले जिसे हम मथुरा के नाम से जानते है में हुआ था। भगवान राम की कौशल नगरी भी उत्तर प्रदेश जिसकी राजधानी अयोध्या थी। भगवान गौतम बुद्ध ने भी इसी प्रदेश के वाराणसी जिले में अपना पहला प्रवचन दिया था।
बौद्धकाल में उत्तर प्रदेश का इतिहास History of Uttar Pradesh
इस काल में बौद्ध धर्म का विकास और प्रचार–प्रसार हुआ इसलिए इस काल को बौद्ध कल के नाम से जाना गया।बाद में ये धर्म चीन China,जापान Japan और श्रीलंका Shri Lanka जैसे देशो में फैला। बौद्ध काल का उत्तर प्रदेश के इतिहास में इतना महत्वपूर्ण स्थान इसलिए है क्युकी गौतम बुद्ध को यही के वाराणसी में स्थित सारनाथ में ज्ञान प्राप्त हुआ था और यही के कुशीनगर Kushinagar में उन्होंने अपने शरीर का त्याग भी किया था।
उत्तर भारत के 16 श्रेठ महाजनपदों में से सात जनपद उत्तर प्रदेश के थे। यहाँ के प्रयाग कुम्भ के बारे में भी हर कोई जानता है। 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री काशी विश्वनाथ मंदिर kasha Vishwanath Temple भी यही के वाराणसी Varanasi जिले में है।
कुछ समय तो उत्तर प्रदेश अपनी सीमा से बाहर की शक्तिओ मगध Bihar और उसके बाद उज्जैन द्वारा नियंत्रित हो रहा था।इस राज्य पर चद्रगुप्त मौर्या और Great emperor ashok ने भी शासन किया। चन्द्रगुप्त द्वितीय,समुद्रगुप्त और हर्षवर्धन जैसे महान राजाओ ने भी यहाँ पर शासन किया।
मुस्लिम काल में उत्तर प्रदेश का इतिहास Uttar Pradesh history in hindi
लगभग 650 वर्षो तक उत्तर प्रदेश पर किसी न किसी मुस्लिम शाशक ने राज्य किया इसलिए इस काल को मुस्लिम काल के नाम से जाना जाता है। इस काल की शुरुवात में मुहम्मद गौरी ने गहड़वालों को हरा कर उत्तर प्रदेश पर अपनी हुकूमत चलानी शुरू कर दी।
वैसे तो इस काल अनेक सफल शासक हुए पर अकबर महान और औरंगजेब जैसे राजाओ ने यहाँ पर राज्य किया। मुगलों का केंद्र हमेशा दिल्ली या उसके आस–पास ही रहा। इसका प्रमाण आगरा और दिल्ली में बने ऐतिहासिक इमारतों को देख कर मिलता है। दिल्ली में स्थित क़ुतुब मीनार,लाल किला और आगरा में स्थित ताज महल और अन्य कई इमारते है।
अकबर के शासन में एक मिश्रित संस्कृति को जन्म मिला जिस के अंतर्गत किसी में कोई भेद-भाव नहीं किया जाता था। ये संस्कृति धीरे–धीरे मुग़ल साम्राज्य के साथ ही समाप्त हो गयी।
ब्रिटिश काल Uttar Pradesh history In British Period
ये वो काल था जब Bharat पर angrejo ने राज्य किया। इनकी निति “फूट डालो और राज करो ” DIVIDE AND RULE की थी। लगभग 75 वर्ष की लम्बी अवधि तक उत्तर प्रदेश में अंग्रेजी शासन चला। 10 मई 1857 को उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से स्वतंत्रता संग्राम शुरू हुआ जो की बहुत जल्द पूरे भारत में आग की तरह फ़ैल गया।
इस कल में कई आंदोलन हुए। Uttar Pradesh से न सिर्फ इस आंदोलन की शुरुआत हुई बल्कि अनेक महान नेता जैसे मोतीलाल नेहरू,पंडित जवाहर लाल नेहरू ,महामना मदनमोहन मालवीय,लाल बहादुर शास्त्री जैसे नेताओ ने यही जन्म लिया।
1922 में महात्मा गाँधी के असहयोग आंदोलन तथा शहीद भगत सिंह के चोरा–चौरी कांड से अंग्रेजी हुकूमत हिल गयी।इन सभी आंदोलनों में पूरे भारत वर्ष के हर राज्य हिस्सा लिया जिस से ब्रिटिश साम्राज्य धीरे–धीरे खत्म होने लगा और 15 अगस्त 1947 को लिखित रूप से हमे आज़ाद कर इस साम्राज्य का अंत हो गया इस काल में अंग्रेजी हुकूमत ने भारत का बहुत विकास भी किया और लखनऊ यूनिवर्सिटी जैसे बहुत से विश्वविद्यालयों का था कई इमारतों का निर्माण किया।
आज़ाद भारत में उत्त्तर प्रदेश Uttar Pradesh history After Independence
टिहरी,गढ़वाल और रामपुर जैसे जिलों को अपनी सीमा में शामिल किये आज़ाद भारत में संयुक्त राज्य प्रशासकीन इकाई बना। यहाँ के प्रथम मुख्यमंत्री श्री गोविन्द वल्लभ पंत GovindVallabh Pant तथा यहाँ से ही देश की पहली महिला मुख्यमंत्री 1963 में सुचेता कृपलानी Sucheta Kriplani बनी। यह प्रदेश सब से अधिक प्रधानमंत्री देने वाला प्रदेश भी बना। इसी इतिहास में एक कड़े और भी शामिल है। सं 2000 में गढ़वाल और कुछ प्रवत्तीय जिलों एक नए राज्य उत्तरांचल गठित हुआ जिसे आज हम उत्तराखंड के नाम से जानते है।
- समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 300 से 5000 किलो मीटर है और ढलान 150 मीटर से 600 किलोमीटर तक है। इसके मध्य में गंगा का मैदानी भाग जो अत्यंत उपजाऊ है था दक्षिण में विन्ध्यपर्वत शृंखला है।
- इसकी सीमा 8 राज्यों बिहार,हिमाचल प्रदेश,हरियाणा,राजस्थान ,मध्य प्रदेश,छत्तीसगढ़,झारखण्ड और उत्तराखंड से जुडी हुई है।
- यहाँ गंगा,यमुना,बेतवा ,केन,चम्बल,गोमती,घाघरा था सोन नदियाँ बहती है।
- इसकी अर्थवयवस्था Economy पूरी तरह से कृषि पर आश्रित Agriculture Based है।
- यहाँ कृषि के अलावा चीनी प्रसंसकरण,कोयला,चमड़े के जूते,चप्पल ,कालीन,हस्तशिल्प,पीतल की वस्तुएँ आदि के उद्योग भी भारी मात्रा में किये जाते है पर यहाँ की 75 % population कृषि से ही अपनी रोज़ी–रोटी कमति है।
- यहाँ यातायात के लिए रेलवे और रोडवेज तथा एयरवेज भी है। यहाँ लखनऊ,वाराणसी,झांसी,आगरा ,इलहाबाद,बरेली,गाज़ियाबाद,गोरखपुर आउट सहारनपुर में हवाई अड्डेAirportsहै। पर सड़को की स्थिति यहाँ बहुत अच्छी नहीं है।
- यहाँ के मुख्य पर्येटक स्थल प्रयाग,आगरा,वाराणसी,गोंडा ,अयोध्या,विध्याचल,सोरो,देवा सरीफ,फतेहपुर सिकरी,मथुरा,वृंदावन,कुशीनगर,लखनऊ,चित्रकूट आदि है।
Uttar Pradesh history in hindi
- हिंदी साहित्य Hindi literature के बड़े दिग्गज इस प्रदेश से ही है। जिसमे कबीरदास,सूरदास,महावीर दिवेदी,भारतेन्दु हरीशचंद्र ,मुंशी प्रेमचंद्र ,हरिवंश राय बच्चन,जय शंकर प्रसाद,सूर्यकांत त्रिपाठी “निराला“,सुमित्रानंदन पंत,मैथलीशरण गुप्त,महादेवी वर्मा तथा अज्ञेय जैसे लेखक और कवी है।
- उत्तर प्रदेश में लोक गीत,पारंपरिक संगीत,शास्त्रीय संगीत,हिंदी फ़िल्मी और भोजपुरी संगीत लोकप्रिय है।
- यहाँ की जनसख्या Population लगभग २२ करोड़ 22k है।
- उत्तर प्रदेश सब से ज्यादा जिलों वाला प्रदेश है जहाँ से राज्य सभा और लोक सभा के सब से ज्यादा सदस्य चुने जाते है।
- इलहाबाद का उच्च न्यायालय Allahabad High Court Asia का One of the biggest high court of सब से बड़ा High Court है तथा यहाँ का सोनभद्र जिला एक ऐसा जिला है जो चार राज्य की सीमाओं को जोड़ता है।
- यहाँ के प्रमुख त्योहारों में हिन्दू और मुस्लिम के सारे प्रमुख त्यौहार मनाये जाते है ,जिसने होली,दीपावली,कुम्भ मेला,माघ मेला,आगरा का पशु मेला और अन्य भी कई त्यौहार मनाये जाते है।
- यहाँ कुछ जिलों की खाने की वस्तुएँ जग प्रसिद्ध है।
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ये था उत्तर प्रदेश के इतिहास ” Uttar Pradesh history “ का एक संक्षिप्त परिचय जिसे पढ़ कर आप जबन ही जाये होंगे क्यों कहते है उत्तर प्रदेश एक उत्तम प्रदेश है।